इंस्टैंट मैसेजिंग एप ‘व्हाट्सएप’ ने सोमवार को कहा कि उसने अपने पुराने सॉफ्टवेयर पर मौजूद दो बग का समाधान कर लिया है और यह मानने का कोई कारण नहीं है कि ‘‘इन जोखिमों का कभी दुरुपयोग किया गया।’’ आधिकारिक बयान सीईआरटी-इन द्वारा जारी एक हालिया परामर्श के मद्देनजर आया है, जिसमें व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं को एप (एप्लिकेशन) में कुछ कमजोरियों के बारे में आगाह किया गया है जिससे संवेदनशील जानकारी लीक हो सकती है।
व्हाट्सएप के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हम नियमित रूप से सुरक्षा शोधकर्ताओं के साथ काम करते रहते हैं ताकि व्हाट्सऐप लोगों के संदेशों को जिस तरह से सुरक्षित करता है उसे और बेहतर बनाया जा सके।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने उन दो बग का समाधान कर लिया है जो पुराने सॉफ्टवेयर पर मौजूद थे और हमारे पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि उनका कभी दुरुपयोग किया गया था।’’
प्रवक्ता ने कहा कि व्हाट्सएप ‘‘सुरक्षित बना हुआ है तथा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन काम करना जारी रखे हुए है जिसका उद्देश्य लोगों के संदेशों की सुरक्षा करना है।’’ इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) द्वारा शनिवार को जारी ‘‘अति गंभीर’’ श्रेणी के परामर्श में कहा गया था कि ‘‘एंड्रॉयड के लिए व्हाट्सएप और व्हाट्सएप बिजनेस के वर्जन वी2.21.4.18 से पहले और आईओएस के लिए व्हाट्सएप और व्हाट्सएप बिजनेस के वर्जन v2.21.32 से पहले के’’ सॉफ्टवेयर में कमजोरियां सामने आई हैं।
सीईआरटी-इन देश में साइबर हमलों के खिलाफ सुरक्षा और भारत के साइबर स्पेस की रक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाली संघीय प्रौद्योगिकी शाखा है। शनिवार को जारी परामर्श में कहा गया है, ‘‘व्हाट्सएप एप्लिकेशंस में कई कमजोरियां सामने आई हैं जिनके कारण दूर बैठा हैकर/हमलावर अपनी मर्जी का कोड लिखकर उसका उपयोग कर सकता है और किसी भी सिस्टम/कंप्यूटर में मौजूद संवेदनशील डाटा हासिल कर सकता है।’’
परामर्श में सिफारिश की गई थी कि उपयोगकर्ता गूगल प्ले स्टोर से या आईओएस स्टोर से अपने व्हाट्सएप को तुरंत अपडेट करें ताकि इन कमजोरियों को दूर किया जा सके और किसी भी खतरे से बचा जा सके।