मुंबई, 22 मई - एक साल से भी ज़्यादा लम्बे चले आ रहे इस लॉक डाउन ने जहाँ देश की इकॉनमी को तहस नहस कर दिया है वहीँ हैकर्स और डार्क वेब की दुनिया ने आम आदमी की पर्सनल बातों को पब्लिक बना दिया है। जब लॉक डाउन में घर बैठे आप ने Dominos का पिज़्ज़ा ऑर्डर करने के लिए अपना नाम, मेल आईडी और फ़ोन नंबर कंपनी के साथ शेयर किया होगा तब आपने बिलकुल भी सोचा नहीं होगा की आपका ये पर्सनल डेटा कहाँ कहाँ पहुंच सकता है।
जी हाँ, मशहूर पिज्जा ब्रैंड Dominos का एक बार फिर डेटा लीक हो चूका है और डॉर्क वेब पर उपलब्ध हो चुका है. कुछ दिन पहले हैकर ने बताया कि, उसने 13TB Dominos डेटा का एक्सेस पा लिया है. जानकारी के अनुसार हैकर के पास 180,00,000 ऑर्डर्स की जानकारी है जिसमें यूजर्स का फोन नंबर, ईमेल, एड्रेस, पेमेंट डिटेल्स और क्रेडिट कार्ड की जानकारी शामिल है.
सिक्योरिटी एक्सपर्टस ने ट्विटर पर इस बात का खुलासा किया है. दरअसल हैकर्स ये खेल कई दिनों से खेल रहे है। कुछ दिन पहले उन्होंने बताया की वे डोमिनोस का सर्वर हैक चुके है। हैक किये गए डाटा में डोमिनोस के २५० कर्मचारिओं की सारू इनफार्मेशन और १० लाख क्रेडिट कार्ड डिटेल्स की बात भी कही गई थी
Dominos इंडिया ने फिलहाल इस बात को नकारते हुए कहा है की, उनकी तरफ से किसी भी यूजर का डेटा लीक नहीं हुआ है अरे कंपनी किसी भी कस्टमर्स के क्रेडिट कार्ड डाटा स्टोर नहीं करती है. .
बता दें कि हाल ही में डेटा लीक के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इस से पहले मोबाइल वॉलेट व पेमेंट ऍप मोबिक्विक के डेटाबेस से १० करोड़ लोगों के डाटा लीक की खबर सामने आयी थी. ये सारा डेटा हैकर्स डार्क वेब पर डालकर लाखों रूपए की कमाई करते है और अपने आप को तकनिकी तौर पर ज़्यादा अपडेटेड और स्ट्रांग बनाते है.