पाकिस्तान ने युद्धग्रस्त पड़ोसी देश से संचालित प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची तालिबान को सौंपी है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हाल ही में काबुल पर नियंत्रण करने के बाद पाकिस्तान ने तालिबान प्रमुख हैबतुल्लाह अखुंदजादा के साथ सूची साझा की है। कथित तौर पर, अखुंदजादा ने पाकिस्तान के दावे की जांच के लिए तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया था कि टीटीपी सीमा पार आतंकवादी हमलों की साजिश के लिए अफगानिस्तान का उपयोग कर रहा था।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है और उसके सहयोगियों ने पहले ही तालिबान के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
घटनाक्रम से वाकिफ एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, "हमने उनके (तालिबान) के साथ इस मुद्दे को उठाया है। हमने उन्हें अफगानिस्तान से सक्रिय टीटीपी आतंकवादियों की सूची दी है।"
अधिकारी ने आगे कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि तालिबान टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई करेगा। हालांकि अधिकारी ने सूची साझा नहीं की, लेकिन ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान टीटीपी प्रमुख और उसके अन्य शीर्ष कमांडरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था।
सूत्रों से पता चला है कि तालिबान ने पड़ोसी देश के खिलाफ हिंसा को रोकने और सीमा पार अपने घरों में लौटने के लिए पाकिस्तान विरोधी आतंकवादियों के लिए एक अलग आयोग का गठन किया है।
टीटीपी प्रमुख ने हाल ही में तालिबान की जीत की बधाई देते हुए एक बयान जारी किया था और इसके प्रमुख अखुंदजादा के प्रति निष्ठा को नवीनीकृत किया।
ऐसी भी खबरें थीं कि तालिबान ने अपने पूर्व उप प्रमुख मौलवी फकीर मुहम्मद सहित कई टीटीपी आतंकवादियों को जेल से रिहा किया है।