तालिबान के खिलाफ पंजशीर घाटी में छिपे प्रतिरोध बलों ने संघर्ष विराम का आह्वान किया है। ऐसी खबरें हैं कि सप्ताहांत में प्रतिरोध बलों के नेताओं को भारी नुकसान हुआ है।
नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ने कहा कि उसने तालिबान को पंजशीर में अपने सैन्य अभियानों को रोकने और अपनी सेना को वापस लेने का प्रस्ताव दिया है। बयान में कहा गया, "बदले में हम अपने बलों को सैन्य कार्रवाई से दूर रहने का निर्देश देंगे।"
प्रतिरोध समूह के बयान में कहा गया है कि उसके नेता शांति वार्ता करने के लिए तैयार हैं।
अहमद मसूद ने कहा कि वह एक योजना का समर्थन करते हैं, जिसे धार्मिक मौलवियों द्वारा बातचीत के लिए रखा गया था, और तालिबान से अपने हमले को समाप्त करने का भी आग्रह किया है।
इससे पहले, रिपोर्टों में बताया गया था कि तालिबान ने पंजशीर में तेजी से कब्जा कर लिया है। राजधानी काबुल के उत्तर में स्थित प्रांत तालिबान शासन के प्रतिरोध का सबसे बड़ा उदाहरण है।
बता दें कि पंजशीर, एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी घाटी है, जो कि 150,000 से 200,000 लोगों का घर है।