US, 22 Feb (News Helpline) रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि उसे अपने 20 हज़ार से ज्यादा नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा - सबसे पहली प्राथमिकता है। दरअसल, रूस दो अलग-अलग क्षेत्रों को आधिकारिक करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाल रहा है। ऐसे में अब रूस के बड़े कदम के बाद युद्ध की आशंका बढ़ गयी है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, "रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर तनाव का बढ़ना गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाओं में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है।"
बता दें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा बैठक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन में दो विद्रोही क्षेत्रों - डोनेट्स्क और लुहान्स्क - को 2015 की शांति योजना के उल्लंघन में स्वतंत्र घोषित करने के बाद बुलाई गई थी।
मंगलवार को, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र ने रूस के कदम की निंदा की, भारत ने कहा, "20,000 से ज्यादा भारतीय छात्र और नागरिक, यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं और इसके बॉर्डर क्षेत्रों में पढाई करते हैं। ऐसे में भारतीयों की भलाई हमारे लिए प्राथमिकता है।"
टीएस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया, "हम सभी पक्षों के लिए अत्यंत संयम बरतने और राजनयिक प्रयासों को तेज करने के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों तरफ की सहमति के रूप में जल्द से जल्द चीजें ठीक हों।"