US, 3 Feb (News Helpline) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संसद भाषण में कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नीतियों के कारण चीन और पाकिस्तान करीब हैं, जिसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि वह उन लोगों का "समर्थन नहीं करेंगे"।
प्राइस ने प्रेस बातचीत में आगे कहा कि, "मैं पाकिस्तानियों और पीआरसी को उनके संबंधों के बारे में बात करने के लिए छोड़ दूंगा।"
गांधी की इस टिप्पणी की केंद्रीय मंत्रियों ने आलोचना की, वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उन्हें "इतिहास के कुछ लेसन" को जानने की जरूरत है। जयशंकर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने 1963 में शक्सगाम घाटी को अवैध रूप से चीन को सौंप दिया था, जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी।
इतना ही नहीं जयशंकर ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, "राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि यह वह सरकार है जिसने पाकिस्तान और चीन को एक साथ लाया। शायद उन्हें इतिहास से कुछ सीखने की जरूरत है कि 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया। चीन ने 1970 के दशक में पीओके के माध्यम से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया।"
दूसरी तरफ संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने गांधी को एक "भ्रमित और नासमझ" नेता कहा, जो चीन के लिए "प्रशंसा" करते हैं।