Iraq, 26 July, 2021
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिको की वापसी के बाद अब ईराक से भी अमेरिकी सैनिको की वापसी हो सकती है। क्योंकि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जूझ रहे इराक का कहना है कि उसे अब आतंक से लड़ने के लिए अमेरिकी सेना की कोई जरूरत नहीं। दरअसल, इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कादिमी ने कहा कि उनके देश को आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए अब अमेरिकी सेना की आवश्यकता नहीं है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सैनिको की वापसी के बाद तालिबानी आतंकी अफगान सुरक्षा बलों पर भारी पड़ गए हैं। कंधार के अपने पूर्व गढ़ के साथ ही तालिबान ने एक तिहाई जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है। ऐसे में पड़ोसी देश इससे बचे रहने के लिए अफगान सीमाओं पर चौकन्ने हो गए हैं।
अल-कादिमी ने कहा कि इराक को फिर भी अमेरिका की ट्रेनिंग और मिलिट्री इंटैलिजेंस सर्विसेज की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने वाशिंगटन की यात्रा के मद्देनजर एक इंटरव्यू में यह बयान दिया। उनका रणनीतिक वार्ता के चौथे फेज के लिए सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। इराक में अमेरिका के 2,500 सैनिक मौजूद हैं। पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 3,000 सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश दिया था। गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2014 में इराक में सेना भेजने का फैसला किया था।