Australia, 24 Jan (News Helpline) आरोप है कि चीन की सरकार के निर्देश पर प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का "वी चैट" अकाउंट छीन लिया गया है। मॉरिसन इस अकाउंट के द्वारा चीनी मूल के ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों से संवाद करते थे। चीन पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का 'वी चैट' अकाउंट हाइजैक करने का आरोप लगा है। इस अकाउंट पर मॉरिसन के करीब 76 हजार फॉलोअर थे। इस महीने उन्हें नोटिफिकेशन आया कि मॉरिसन के पेज का नाम बदलकर 'ऑस्ट्रेलियन चाइनीज न्यू लाइफ' कर दिया गया है। पेज के प्रोफाइल में लगी मॉरिसन की फोटो भी हटा दी गई है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मॉरिसन और उनकी सरकार की जानकारी के बिना 'वी चैट' खाते से छेड़छाड़ की गई है। 'वी चैट' चीन का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। इस पर चीन की टेक कंपनी 'टेनसेंट' का मालिकाना हक है। हालांकि चीन में सोशल मीडिया पर सरकार का सख्त नियंत्रण है। आशंका है कि यह प्रकरण ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच जारी तनाव को और बढ़ा सकता है।
चुनाव में दखलंदाजी का आरोप
इस मामले पर अब तक मॉरिसन या उनके कार्यालय की ओर से कोई बयान नहीं आया है। लेकिन इंटेलिजेंस और सुरक्षा से जुड़ी साझा संसदीय समिति के प्रमुख जेम्स पैटरसन ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर आरोप लगाया है।
उन्होंने इल्जाम लगाया कि चीन मई 2022 में होने जा रहे ऑस्ट्रेलियाई चुनावों के मद्देनजर मॉरिसन को सेंसर कर रहा है। पैटरसन का कहना है कि चाइनीज मूल के करीब 12 लाख ऑस्ट्रेलियाई नागरिक 'वी चैट' इस्तेमाल करते हैं। मॉरिसन का खाता बंद किए जाने के चलते वे प्रधानमंत्री से जुड़ी खबरें 'वी चैट' पर नहीं देख सकेंगे। मगर विपक्षी नेता एंथनी अल्बानिज सरकार द्वारा की जाने वाली सरकार की आलोचनाएं लोगों तक पहुंचेंगी।
बहिष्कार की अपील पैटरसन
मॉरिसन की 'कंजरवेटिव लिबरल पार्टी' के सदस्य हैं। उन्होंने सभी सांसदों से 'वी चैट' का बहिष्कार करने की अपील करते हुए कहा, "एक ऑस्ट्रेलियाई खाते को बंद करके चीन की सरकार ने जो किया है, वह चुनावी साल में ऑस्ट्रेलिया के लोकतंत्र में विदेशी दखलंदाजी है" पैटरसन का यह भी कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई सररकार ने 'वी चैट' से मॉरिसन का अकाउंट वापस बहाल करने का आग्रह किया था।