मुंबई, 31 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन से लगी सीमाओं के आस पास अधिकतर तनाव रहता है। चीन की हरकतों से सभी देश परेशान भी रहते है, क्योकि चीन अपनी करतूतों से कभी बाज नहीं आता। कोरोना के बड़े संकट के बाद अब चीन के निशाने पर ताइबान आ गया है। चीन ने ताइवान के एयर डिफेंस जोन में दूसरी सबसे बड़ी घुसपैठ की है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा कि हमारे डिफेंस जोन में चीन 30 जेट्स के साथ घुस गया था। इनमें से अधिकतर जेट्स युद्ध में इस्तेमाल किए जाते हैं। इस हालात को ध्यान में रखते हुए हमारे सैनिकों ने एयर मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिए हैं। साथ ही 24 घंटे चीन की हरकतों पर नजर रखी जा रही है। आपको बता दे चीन ने शुरुआत में भी घुसपैठ करने की कोशिश की थी। यही नहीं, बीत साल भी कई बार चीन इसी तरह की कोशिशें करता रहा है। जनवरी के बाद चीन की तरफ से घुसपैठ की ये दूसरी बड़ी कोशिश है। ताइवान ने बताया कि चीन लगातार ऐसी मिलिट्री घुसपैठ करने के लिए ‘ग्रे जोन’ में आता रहा है।
चीन ताइवान को अपने देश का स्वतंत्र हिस्सा ही बताता रहा है। लेकिन ताइवान खुद को आजाद लोकतांत्रिक देश मानता है और चीन के स्वामित्व से इनकार करता रहा है। तो वही अमेरिका ने चीन पर पिछले ही हफ्ते आरोप लगाया था, कि चीन ताइवान के आस-पास तनाव को बढ़ा रहा है। अमेरिकी राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने चीन की बयानबाजी और हरकतों को युद्ध भड़काने वाला बताया था। साथ ब्लिंकन ने ये भी कहा कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो हम उसकी सुरक्षा के लिए साथ खड़े रहेंगे। ताइवान से अमेरिका की नजदीकियों से दुनिया अच्छी तरह वाकिफ है। चीन को यही बात हमेशा खलती रही है। इसलिए चीन हमेशा ताइवान में घुसपैठ करने की कोशिश करता रहता है।