US, 9 Dec (News Helpline) अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित सिंथेटिक एंटीबॉडी के उपयोग को उन लोगों में कोविड -19 संक्रमण को रोकने के लिए मंजूरी दी है, जो टीकों को लेने के बाद पॉजिटिव रिस्पांस नहीं दे रहे हैं. बता दें कि यह पहला मौका है जब खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इस तरह से इमेरजेंसी के दौरान निपटने के लिए विकल्प निकाला है.
इस तरह के मामलों में, अब दवा 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को दी जा सकती है. एवुशेल्ड दो प्रकार के सिंथेटिक एंटीबॉडी (टिक्सेजविमब और सिल्गाविमैब) को जोड़ती है, और इसे दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है, एक के बाद एक सीधे. ये एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रणाली को इसके स्पाइक प्रोटीन को लक्षित करके वायरस से लड़ने में मदद करते हैं, जो इसे सेल्स में जाने और उन्हें संक्रमित करने की अनुमति देता है.
एफडीए ने कहा कि उपचार "छह महीने के लिए पूर्व-जोखिम की रोकथाम के लिए असरदार हो सकता है."
इसका किसी ऐसे व्यक्ति को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है जो पहले से ही वायरस से संक्रमित है, एफडीए ने कहा, हालांकि एस्ट्राजेनेका इस तरह के इलाज के लिए इसका टेस्ट कर रही है. इसके साइड इफेक्ट्स में एलर्जी रिएक्शन, इंजेक्शन साइट से ब्लीडिंग, सिरदर्द और थकान शामिल हो सकते हैं.
एफडीए की मंजूरी 59 वर्ष से अधिक उम्र के, या एक पुरानी बीमारी के साथ, या संक्रमण के उच्च जोखिम वाले लोगों पर किए गए टेस्ट पर आधारित था.
यह दवा 3,500 लोगों को दी गई जबकि 1,700 लोगों को प्लेसबो मिला. टेस्ट से पता चला कि उपचार ने कोविड -19 के विकास के जोखिम को 77 प्रतिशत तक कम कर दिया है.