Russia, 24 Feb (News Helpline) रूस के यूक्रेन पर हमले के साथ ही 2014 के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार चले गए हैं। वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति व्यवस्था के अस्त व्यस्त होने को लेकर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।
गुरूवार की शुरुआती स्थिति में ब्रेंट कच्चे तेल के दाम 101.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए थे, जो सितंबर 2014 के बाद तेल के दामों का अभी तक का सबसे ऊंचा स्तर है। अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल के सूचकांक पर भी दाम 96.51 डॉलर तक पहुंच गए थे, जो अगस्त 2014 के बाद उसका सबसे ऊंचा स्तर है।
गुरूवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में सैन्य अभियान के आदेश दे दिए और इस कदम से यूरोप में युद्ध की शुरुआत हो सकती है। रूस नाटो के पूर्व की तरफ विस्तार के अंत की मांग कर रहा है। रूस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल का उत्पादक है। वह मुख्य रूप से यूरोप की रिफाइनरियों को कच्चा तेल पहुंचाता है। रूस यूरोप का सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस का पूर्तिकर्ता भी है। यूरोप की 35 प्रतिशत गैस रूस से ही आती है।