जर्मनी में कोरोना की लहर जैसे सभी को अपने आगोश में लेने के लिए आमादा है. आ रही नई रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड -19 मौतों का आकड़ा 1 लाख की दहलीज को पार कर चूका है. नई लहर के आने की वजह से देश भर में बढ़ते मामलों के साथ कुछ हॉटस्पॉट्स में मौजूद अस्पतालों में गंभीर दबाव देखने मिल रहा है.
RKI पब्लिक-हेल्थ इंस्टीट्यूट के नए आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की शुरुआत में महामारी ने जोर पकड़ लिया था, अब तक वायरस से 1,00,119 लोगों की मौत हो चुकी है. यह संख्या मोटे तौर पर मध्यम आकार के जर्मन शहरों जैसे एर्लांगेन या गेटर्सलोह, सीमेंस हेल्थिनियर्स एजी और मीडिया फर्म बर्टेल्समैन एसई के होम टाउनों की आबादी के बराबर है.
जर्मनी में मरने वालों की संख्या ब्रिटेन, फ्रांस या इटली की तुलना में अभी भी कम है, जिनमें से हर एक ने कुछ समय पहले 1,00,000 के आकड़े को पार किया था. ब्लूमबर्ग कोविड -19 ट्रैकर के अनुसार, अमेरिका ने सबसे अधिक 7,70,000 से अधिक मौतें दर्ज की हैं, इसके बाद ब्राजील में 6,10,000 से अधिक मौतें हुई हैं.
जर्मनी में दैनिक मौतों की संख्या पिछली सर्दियों में देखे गए स्तर का केवल पाँचवाँ हिस्सा है, जिसमें लगभग 68% आबादी पूरी तरह से बीमारी के खिलाफ टीकाकरण करा चुकी है.
चांसलर एंजेला मर्केल और क्षेत्रीय नेताओं ने पिछले हफ्ते हार्ड-हिट क्षेत्रों में बिना टीकाकरण वाले लोगों के लिए रेस्तरां, बार और सार्वजनिक कार्यक्रमों तक पहुंच को प्रतिबंधित करने के लिए सहमति व्यक्त की थी. ऐसे में अब देश के ज्यादातर हिस्सों में प्रतिबंध प्रभावी हो रहे हैं.
संक्रमण के और बढ़ने के साथ और सत्ता में बदलाव के बीच अधिकारियों ने धीमी गति से कार्रवाई की है. ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि पड़ोसी ऑस्ट्रिया की तरह एक और लॉकडाउन करनी पड़ सकती है. जिससे यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को अधिक नुकसान हो सकता है और इसके ठीक होने में बहुत समय लग सकता है.