मुंबई, 23 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अफगानिस्तान को लगातार दो दिनों से भूकंप के झटको का सामना करना पड़ा है। अफगानिस्तान के कुछ हिस्सो में 4.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। हालांकि, इसमें अभी तक किसी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया की भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान फैजाबाद से 76 किलोमीटर दूर था। इससे पहले बीते दिन पूर्वी अफगानिस्तान में भूकंप की वजह से 1,000 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 1,500 से ज्यादा घायल हो गए थे। तो वही बीते दिन आए भूकंप को देखते हुए तालिबान ने कैबिनेट की इमेरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद करने के अलावा, सभी इमरजेंसी संगठनों को बचाव दल भेजने का काम सौंपा गया था।
आपको बता दे करीब चार करोड़ वर्ष पहले भारतीय उपमहाद्वीप यूरेशियाई प्लेट से टकराया था। इसकी वजह से हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ। यह पर्वत आज भी हर साल एक सेमी ऊपर ऊंचा उठ रहा है। इसी हलचल के कारण अक्सर यहां भूकंप आते हैं। इसके अलावा लगातार टक्कर से परतों की दबाव सहने की क्षमता खत्म होती जाती हैं। परतें टूटने के साथ उसके नीचे मौजूद ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है। इस वजह से हिमालय क्षेत्र में भूकंप आता है। अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तर भारत का कुछ हिस्सा हिमालयी रेंज में आता है। इस वजह यहां हमेशा भूकंप का खतरा बना रहता है।