अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद पत्रकारों की हालत बद से बदतर हो चुकी है। अफगानिस्तान में कई पत्रकारों का कहना है कि तालिबान उनके खिलाफ क्रूर व्यवहार भी कर रहा है।
अफगानिस्तान में चल रहे प्रदर्शन को कवर कर रहे एक पत्रकार ने न्यूज एजेंसी 'AFP' से बातचीत में कहा कि उनका प्रेस आईडी कार्ड और कैमरा तालिबान ने छीन लिया। उन्होंने कहा कि, 'तालिबान ने मुझे पैर से मारा।'कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर पकड़े गए प्रदर्शनकारियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
तालिबान ने एक अफगानी पत्रकार को भी गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। बाद में पत्रकार ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर न्यूज एजेंसी 'AFP' से बातचीत में कहा कि, 'उनलोगों ने मुझे जमीन पर नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया और फिर इस प्रदर्शन को कवर करने के लिए माफी भी मंगवाई।' उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में पत्रकारों के लिए काम करना बेहद मुश्किल हो चुका है।