Ukraine, 3 March (News Helpline) रशिया और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे अन्य देशों के नागरिक जिसमें भारतीय पुलिस मौजूद हैं, वह अपने जीवन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में हाल ही में रिपोर्ट सामने आई थी कि कुछ भारतीय छात्रों को बंधक बनाया गया है। जिसपर अब, विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि उसे युद्ध प्रभावित यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमें किसी भी छात्र के संबंध में किसी भी बंधक की स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। बल्कि हमने खार्किव और पड़ोसी क्षेत्रों से छात्रों को देश के पश्चिमी हिस्से में ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने में यूक्रेनी अधिकारियों के समर्थन का अनुरोध किया है।"
उन्होंने कहा, "यूक्रेन में हमारा दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है। यूक्रेनी अधिकारियों के सहयोग से हम नोट करते हैं कि, कई छात्र कल खार्किव छोड़ चुके हैं।"
उन्होंने कहा कि भारत निकासी प्रक्रिया के लिए रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा सहित क्षेत्र के देशों के साथ मिलकर बाहर निकलने का काम कर रहा है।
बागची ने यह भी कहा है कि, "पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकाला गया है। हम इसे संभव बनाने के लिए यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा दी गई मदद की सराहना करते हैं। हम यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसियों को भारतीय नागरिकों को हमसे मिलाने और उन्हें समायोजित करने के लिए धन्यवाद देते हैं। ”
बात करें पूरे मामले की तो रूस ने बुधवार को दावा किया था कि यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को बंधक बना लिया है। एक ब्रीफिंग में रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस ने खार्किव के भारतीय छात्रों को निकलने की कोशिश कर रहा था, यूक्रेनी सेनाओं ने भारतीयों को बंधक बना लिया था।