मुंबई, 23 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत सरकार ने युवाओं को थाईलैंड से आ रहे फेक जॉब ऑफर से बचने की सलाह दी। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एडवाइजरी जारी कर बताया कि भारत में युवाओं को थाईलैंड से फेक जॉब ऑफर मिल रहे है। यह ऑफर दुबई और भारत में बैठे एजेंट्स सोशल मीडिया एड के जरिए भेज रहे है। ये फेक जॉब ऑफर ऐसी IT फर्म की ओर से भेजे जा रहे हैं, जो कॉल सेंटर और क्रिप्टो करेंसी की धोखाधड़ी में शामिल हैं। ये कंपनियां थाईलैंड में मार्केटिंग और सेल्स की प्रोफाइल के जॉब ऑफर करती है। तो वही बीते दिन भी विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे भारतीयों के खिलाफ बढ़ रहे हेट क्राइम को लेकर भी एडवाइजरी जारी की थी। इसमें कहा गया था- कनाडा में हेट क्राइम, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और सतर्क रहें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अरिंदम बागची ने कहा, युवाओं को फेक न्यूज ऑफर देकर बॉर्डर पार म्यांमार ले जाया जाता है। वहां उन्हें मजदूरी करने के लिए बंदी बना लिया जाता है। इस वजह से भारतीयों को यह सलाह दी जा रही है की सोशल मीडिया या किसी दूसरे माध्यम से जारी हो रहे फेक जॉब ऑफर्स से बचें। म्यांमार में इंडियन ऐंबैसी ने अवैध रूप से बंधक बनाए गए भारतीयों में से 30 लोगों को सुरक्षित निकाला है। बाकी फंसे लोगो को भी निकालने की कोशिश जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंधक बनाए गए लोगों में तमिलनाडु के सबसे ज्यादा लोग शामिल है। सभी को थाईलैंड में जॉब का झांसा दे कर म्यांमार में बंधक बना लिया गया। काम करने से इनकार करने पर उनके साथ मारपीट की भी बातें सामने आ रही है। कुछ ही समय पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK स्टालिन ने PM मोदी को चिट्टी लिखी थी। इसमें राज्य सरकार ने बताया था, 50 तमिलनाडु के लोगों सहित 300 भारतीय म्यांमार में फंसे हुए है।