मुंबई, 20 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को फटकार लगाई है, और इस बार फटकार लगाने की वजह उसका जम्मू कश्मीर को लेकर भारत पर लगाया गया आरोप है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर राजेश परिहार ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताया। इसके पहले उन्होंने बीते दिन न्यूयॉर्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कश्मीर का मुद्दा उठाया था। जरदारी ने कहा कि कश्मीर में भारत की कार्रवाइयां संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और जिनेवा कन्वेंशन पर हमला है। भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते और भी खराब हो गए हैं। ऐसी कार्रवाइयों के बाद हमारा भारत के साथ बातचीत करना बहुत मुश्किल हो गया है।
जिस पर राजेश परिहार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का एक अभिन्न हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल हैं जो पाकिस्तान के कब्जे में हैं। इससे कोई भी देश इनकार नहीं कर सकता है। पाकिस्तान हमारी मदद करना चाहता है तो वह स्टेट स्पॉन्सर्ड आतंकवाद को रोकने में योगदान दे सकता है। इसके अलावा जरदारी की किसी बात का हमारे लिए कोई महत्व नहीं है। हम इसका तिरस्कार करते हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट रूप से कहा था कि आर्टिकल 370 को खत्म करना उसका आंतरिक मामला है। जम्मू और कश्मीर हमेश भारत का अभिन्न अंग बना रहेगा। पाकिस्तान इसे स्वीकार करे और भारत विरोधी सभी प्रचार को रोके। परिहार ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है।
दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री जरदारी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ओपन डिबेट में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त करने और परिसीमन आयोग के हालिया आदेश को उठाया। उन्होंने भारत में कश्मीरी लोगों के उत्पीड़न और उन पर अत्याचार का भी आरोप लगाया।