प्रधान मंत्री मारियो ड्रैगी के कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि इटली ने हरी आंखों वाली "अफगान गर्ल" शरबत गुला को सुरक्षित आश्रय दिया है, जिसकी नेशनल ज्योग्राफिक में 1985 की तस्वीर उसके देश के युद्धों का प्रतीक बन गई थी.
एक बयान में कहा गया है कि अगस्त में तालिबान के देश में अधिग्रहण के बाद गुला ने अफगानिस्तान छोड़ने के लिए मदद मांगी थी, जिसके बाद सरकार ने हस्तक्षेप किया, एक बयान में कहा गया कि उनका आना अफगान नागरिकों को निकालने और एकीकृत करने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम का हिस्सा था. अमेरिकी फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने पाकिस्तान-अफगान सीमा पर एक शरणार्थी शिविर में रहने वाली गुला की तस्वीर तब ली थी जब वह बेहद कम उम्र की थी.
2016 में, पाकिस्तान ने देश में रहने के प्रयास में एक राष्ट्रीय पहचान पत्र बनाने के लिए गुला को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद तत्कालीन अफगान राष्ट्रपति, अशरफ गनी ने गुला का देश में स्वागत करते हुए सुनिश्चित किया की उन्हें एक अपार्टमेंट मिल सके ताकि वह अपने देश में गरिमा और सुरक्षा के साथ रह सके.
हालांकि, सत्ता पर कब्जा करने के बाद से, तालिबान नेताओं ने कहा है कि वे शरिया या इस्लामी कानून के अनुसार महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे. लेकिन 1996 से 2001 तक तालिबान के शासन में महिलाएं काम नहीं कर सकती थीं और लड़कियों के स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. घर से निकलने पर महिलाओं को अपना चेहरा ढंकना पड़ता था और एक पुरुष रिश्तेदार के साथ जाना पड़ता था.