मुंबई, 12 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नॉर्थ कोरिया में कोरोना का पहला मामला आते ही पुरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। दरअसल यहाँ 8 मई को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में कुछ बीमार लोगों के सैंपल लिए गए थे। इसके बाद जांच में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला मामला कन्फर्म केस मिला और सरकार हरकत में आ गई। किम जोंग उन ने महामारी की गंभीरता को देखते हुए देश में सख्त लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। तो वही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक नॉर्थ कोरिया ने 2020 के आखिर तक 13,259 लोगों के सैंपल की जांच की थी। मगर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई।
नॉर्थ कोरिया में कोरोना का ये पहला मामला है। पड़ोसी देश साउथ कोरिया और चीन में कोरोना केस होने के बावजूद नॉर्थ कोरिया में अभी तक एक भी केस नहीं था। जिससे दुनिया के सभी देश हैरान थे। दरअसल, जब पूरी दुनिया में कोरोना फैल रहा था, तो नॉर्थ कोरिया ने वायरस से बचाव के लिए सख्त नियम लागू किए हुए थे। इस दौरान कोरिया ने अपने बॉर्डर दुनिया के लिए बंद कर दिए थे। परमाणु परीक्षण की वजह से नॉर्थ कोरिया पहले से ही पाबंदियों की चपेट में है। तो वही पिछले दिनों उन्होंने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में तानाशाह ने कहा था कि फैक्ट्रीज और बिजनेस बंद करके ऐसे बचाव किए जाएं, जिससे इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।