ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

मलेशियाई मूल के नागेंद्रन धर्मलिंगम को सिंगापुर में लगाई गई फांसी, जानिए वजह

Photo Source :

Posted On:Wednesday, April 27, 2022

मुंबई, 27 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मलेशियाई मूल के नागेंद्रन धर्मलिंगम को सिंगापुर में फांसी दे दी गई। वो 13 साल से ड्रग्स तस्करी के आरोप में कैद था। नागेंद्रन मानसिक रूप से कमजोर था और उसका IQ लेवल सिर्फ 69 था। दरअसल धर्मलिंगम का मामला करीब 10 साल पुराना है। उन्हें 2009 में 42.72 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा गया था। नारकोटिक्स अधिकारियों ने उन्हें सिंगापुर में घुसते समय 'वुडलैंड्स चेकपॉइंट' पर पकड़ा था। उनकी जांघ पर हेरोइन के बंडल बांधकर छिपाए गए थे। उन पर आरोप साबित हुए। सिंगापुर के ड्रग्स विरोधी कड़े कानूनों के तहत नवंबर 2010 में उन्हें सजा-ए-मौत सुनाई गई। उनके भाई नवीन कुमार ने बताया- नागेंद्रन का शव मलेशिया भेजा जाएगा। इपोह में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

नागेंद्रन की मां ने बेटे को बचाने के लिए तमाम अदालतों के दरवाजे खटखटाए, लेकिन सिंगापुर की कोर्ट ने हर अपील खारिज कर दी। नागेंद्रन का परिवार 2010 से ही अदालत में अपील कर रहा था।  दुनिया के कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने नागेंद्रन को बचाने की कोशिश की थी। मौत की सजा के विरोध में काम करने वाले एंटी-डेथ पेनल्टी एशिया नेटवर्क समेत दुनियाभर के मानवाधिकार संगठनों की मदद से यह परिवार धर्मलिंगम की रिहाई के लिए लड़ रहा था। नागेंद्रन के परिवार ने मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की भी अपील की, लेकिन नाकाम रहे। साथ ही हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान सामने आया कि धर्मलिंगम का आईक्यू 69 है, जिसे इंटरनेशल स्टैंडर्ड्स के लिहाज से मानसिक विकलांगता माना जाता है। कोर्ट ने फैसला दिया कि धर्मलिंगम को पता था वह क्या कर रहे हैं। इस आधार पर फांसी की सजा बरकरार रखी गई। खबरों के मुताबिक मलेशिया के प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब ने भी मानवीय आधार पर सजा पर रोक लगाने की अपील करते हुए सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली साइन लूंग को पत्र लिखा था। सिंगापुर गए यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधिमंडल, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड के दूतावास भी इस सजा पर रोक की अपील कर चुके थे।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.