मुंबई,14 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पिछले दिनों पेरिस में इंटरनेशनल वॉचडॉग फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल किया। इस दवाब के चलते पाकिस्तान आतंकवादियों पर कार्रवाई के कदम उठाने के लिए मजबूर हो गया है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक उसने हाल ही में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने मसूद अजहर का पता लगाने और उसे हिरासत में लेने के लिए अफगान तालिबान सरकार से संपर्क किया है। तालिबान को लिखे लेटर में यह दावा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ा मसूद भारत में 2001 में भारतीय संसद पर हमला और 2019 का पुलवामा विस्फोट जैसे कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार है। पाकिस्तानी अधिकारियों का मानना है कि वह नंगरहार और कुनार में छिपा हो सकता है। उसे गिरफ्तार करें।
आपको बता दे अजहर सोशल मीडिया पर एक्टिव है। पाकिस्तान के दावे के बावजूद मसूद अजहर ने पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क पोस्ट लिखना जारी रखा है। उसने अपनी पोस्ट्स में जैश कैडरों से जिहाद में शामिल होने की अपील की है। वहीं काबुल के तालिबान पर कब्जे की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि तालिबान की जीत मुसलमानों की जीत के लिए कई और दरवाजे खोल देगी। तो वही पाकिस्तान की जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक ये क्लियर नहीं हो सका है कि अजहर अफगानिस्तान कब पहुंचा, अगस्त 2021 में तालिबान के काबुल पर कब्जा करने से पहले या बाद में। अभी तक पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।