म्यांमार तख्तापलट के बाद से ही आंग सान सू ची पर कई आरोप लगाए गए हैं. ऐसे में अब राज्य मीडिया ने मंगलवार को सूचना दी है कि म्यांमार के जुंटा ने देश की सबसे बड़ी नेता आंग सान सू ची को पर 2020 के चुनावों के दौरान चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. ऐसे में उनके खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी गयी है. इसे लेकर अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें कई सालों की जेल की सजा सुनाई जा सकती है. आरोप के मुताबिक, 2020 के चुनावों में उनकी पार्टी ने भारी जीत हासिल की थी, जो एक धोखाधड़ी का हिस्सा था.
म्यांमार के सरकारी अखबार ग्लोबल न्यू लाइट ने बताया, सू ची पर "चुनावी धोखाधड़ी और कानूनविहीन कार्रवाइयों" का आरोप लगाया गया था, हालाँकि, यह जानकारी नहीं दी गयी है कि अदालत की कार्यवाही कब शुरू होगी." रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति विन मिंट और चुनाव आयोग के अध्यक्ष सहित पंद्रह अन्य अधिकारियों को भी इसी आरोप का सामना करना पड़ रहा है.
फरवरी में एक सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार उथल-पुथल में है, जिसने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया और असंतोष पर घातक कार्रवाई की.
हिरासत में ली गयी, 76 वर्षीय सू ची को अवैध रूप से वॉकी टॉकी आयात करने, देशद्रोह और भ्रष्टाचार सहित कई आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, और इन सब में दोषी पाए जाने पर दशकों तक जेल में रहना पड़ सकता है.
हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने कहा कि 2020 के चुनाव काफी हद तक स्वतंत्र और निष्पक्ष थे.
जुंटा ने एनएलडी को भंग करने की धमकी दी है. वहीं, पिछले महीने सू ची के करीबी और उच्च पदस्थ नेता विन हेटिन को देशद्रोह के आरोप में 20 साल की जेल हुई थी.
एक स्थानीय निगरानी समूह के अनुसार, तख्तापलट के बाद से म्यांमार सरकार के सुरक्षा बलों द्वारा 1,250 से अधिक लोग मारे गए हैं और 10,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.