Malaysia, 29 May, 2021
कोरोना महामारी के बीच मलेशिया से एक परेशान करने वाली खबर सामने आई है जहां इंसानो में कुत्तों से फैले कोरोना वायरस को पाया गया है। जिनमे यह कुत्तों वाला वायरस पाया गया वो लोग निमोनिया से पीड़ित थे। हालाँकि विशेषज्ञों ने कहा कि इससे परेशान या घबराने की जरूरत नहीं हैं। मलेशिया के सरवाक के एक अस्पताल में आठ लोगों में कुत्तों का कोरोनावायरस पाए जाने के बारे में अत्यधिक सम्मानित अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक समूह ने नैदानिक संक्रामक रोगों से संबंधित विभाग को सूचित किया है।
सबसे पहले स्पष्ट करने वाली बात यह है कि कुत्तों का कोरोनावायरस क्या है। यह जान लेना महत्वपूर्ण होगा कि यह सार्स-कोवी-2, जो वायरस कोविड-19 का कारण बनता है,से काफी अलग है,। कोरोनावायरस परिवार को वायरस के चार समूहों में विभाजित किया जा सकता है: अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कोरोनावायरस।
सार्स-कोवी-2 बीटा कोरोनावायरस समूह में आता है, जबकि कुत्तों के कोरोनावारस पूरी तरह से अलग अल्फ़ाकोरोनावायरस समूह से हैं। वैज्ञानिक लगभग 50 वर्षों से कुत्तों के कोरोनावायरस के बारे में जानते हैं। इस अवधि के अधिकांश समय में ये वायरस अपने एक अनजान अस्तित्व के साथ मौजूद रहे और केवल पशु चिकित्सक और कभी-कभी कुत्तों को पालने वाले लोग इनमें रूचि रखते थे।