Pakistan, 23 Dec (News Helpline) पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्यों के हाल ही में संपन्न सम्मेलन में अफगान महिलाओं को निशाना बनाने वाली उनकी गलत टिप्पणी के लिए विश्व स्तर पर ट्रोल किया जा रहा है. अल अरेबिया पोस्ट ने बताया कि बैठक में भाग लेने वाली पश्चिमी सरकारों के पर्यवेक्षक इमरान खान की इस टिप्पणी को भूल नहीं सकते जिसमें उन्होंने कहा था कि "लड़कियों को शिक्षित नहीं करना अफगान संस्कृति का हिस्सा है."
मीडिया आउटलेट ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री को देश और विदेश में विशेष रूप से अफगानों द्वारा ट्रोल किया गया है, जिनके लिए वह बोलने का दावा करते हैं. यह संभावना है कि इस्लामी राष्ट्रों के कुछ विदेश मंत्री जो खुले विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्होंने जरूर इमरान द्वारा कही गई टिप्पणी को अस्वीकार्य किया होगा.
खास तौर पर, पाकिस्तान चाहता था कि विश्व समुदाय अफगानों को उस दुख और "मानवीय तबाही" से उबारे, जो तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से तेज हो गया है. ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार, 2021 अफगान महिलाओं के लिए सबसे खराब वर्ष रहा है क्योंकि तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद महिलाओं को उनके अधिकारों तक पहुंचने तक के रस्ते को बंद कर दिया है.
एक ऐसे कदम में, जो अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में तालिबान की छवि को और खराब कर सकता है, समूह ने काबुल शहर में स्टोर के सामने महिलाओं की तस्वीरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया.
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काबुल नगर पालिका के प्रवक्ता नेमातुल्लाह बरकजई ने कहा कि सरकार ने नगर पालिका के अधिकारियों को काबुल में दुकानों और व्यापार केंद्रों के साइनबोर्ड पर महिलाओं की सभी तस्वीरें हटाने का आदेश दिया है.
महिलाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए इस्लामिक अमीरात को अफगानिस्तान के अंदर और बाहर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.