मुंबई, 7 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। लंबी कद-काठी को लेकर अमेरिका में हुआ अब तक का सबसे बड़ा आनुवंशिक शोध बताता है कि लंबा कद दुखदायी भी हो सकता है। इसके मुताबिक, यदि आपका कद 5 फुट 9 इंच से ज्यादा है तो आप सेहत संबंधी 100 से ज्यादा समस्याओं की गिरफ्त में आ सकते हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि अधिकांश भारतीय इस दायरे में नहीं आते हैं। ताजा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे बताता है कि भारत में पुरुषों का औसत कद 5 फुट 4 इंच और महिलाओं का औसत कद 5 फुट 1 इंच है। जबकि एक औसत अमेरिकी या ब्रिटिश की लंबाई 5 फुट 9 इंच पाई गई है। आपको बता दे अमेरिका में यह शोध 2.8 लाख से ज्यादा वयस्कों पर किया गया। इनमें श्वेत-अश्वेत, हिस्पैनिक महिला-पुरुष शामिल थे। इनमें 2 लाख श्वेत, 50 हजार अश्वेत और बाकी अन्य लोग थे। इनमें 91% पुरुष थे।
रॉकी माउंटेन रीजनल मेडिकल सेंटर के मुख्य शोधकर्ता डॉ. श्रीधरन राघवन के मुताबिक, लंबाई ज्यादा होने से धड़कनों की अनियमितता, वैरिकोज वेन्स, नर्व डैमेज होने और फुट अल्सर का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे लोगों को स्किन और बोन इंफेक्शन होने का भी खतरा होता है। इसके साथ ही इन्हें रक्त का थक्का जमने और नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने का भी जोखिम होता है। खून का थक्का जमना, डीप वेन थ्रोम्बोसिस, बोन इंफेक्शन, अनियमित धड़कन, नर्व डैमेज, सूजन-जलन, लेग अल्सर, स्किन अल्सर, पैर के अंगूठे में विकृति, वैरिकोज वेन्स, पैरों में दर्द, नाखूनों में फंगल इंफेक्शन आदि। तो वही प्लोज जेनेटिक्स में प्रकाशित इस शोध के मुताबिक, लंबे कद वाले लोग हाथ, पैरों और भुजाओं में नर्व डैमेज होने की समस्या से भी जूझ सकते हैं। 10 में से एक ब्रिटिश व्यक्ति इस समस्या से जूझता है, जो आगे जाकर सुन्नपन, सिहरन और प्रभावित क्षेत्र में दर्द में परिवर्तित हो सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कद को घटाया नहीं जा सकता, लेकिन सतर्क रहकर सेहत संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है।