मुंबई, 10 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। यूक्रेन युद्ध की वजह से पोलैंड में रूस के राजदूत सर्गेई एंड्रीव को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। सर्गेई बीते रोज वारसॉ में सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान मारे गए सोवियत सैनिकों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने उनके चेहरे पर लाल पेंट फेंक दिया। हालांकि, रूसी राजदूत ने संयम बनाए रखा और प्रदर्शनकारियों को कोई जवाब नहीं दिया। इस बीच रूसी कब्जे वाले इजियम शहर की एक इमारत के मलबे में 44 लाशें मिली हैं। खार्किव के गवर्नर ओलेह सीनेहुबोव ने बताया कि इस इमारत पर मार्च की शुरुआत में रूस ने बमबारी की थी। शहर पर बीते 2 महीनों से रूसी सैनिकों का कब्जा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को यूक्रेन के पड़ोसी देश मोल्दोवा की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने राजधानी चिसीनाउ में प्रधान मंत्री नतालिया गवरिलिता के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध का असर बहुत लंबे वक्त तक दिखाई देगा।
एक तरफ अमेरिका यूक्रेन को 40 अरब डॉलर भेजेगा। अमेरिकी कांग्रेस के डेमोक्रेट्स ने इस मदद के लिए इजाजत दे दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 28 अप्रैल को यूक्रेन के लिए US कांग्रेस से 33 अरब डॉलर की सैन्य मदद मांगी थी। तो वही दूसरी तरफ रूस से ऑयल इंपोर्ट बैन को लेकर यूरोपियन यूनियन में ही विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन उर्जा संकट का हवाला देते हुए EU के रूस से ऑयल इंपोर्ट बैन करने के प्रस्ताव पर साइन करने से इनकार कर दिया। इसके बाद EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोमवार को हंगरी पहुंचकर ओर्बन से मुलाकात की।