रूस के सिंगल डोज वाले COVID-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 70 प्रतिशत प्रभावित पाया गया है। गमालेया सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा किए गए एक विश्लेषण के अनुसार, 60 वर्ष से कम आयु के विषयों में टीका 75 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है। स्पुतनिक लाइट गंभीर बीमारी के खिलाफ बहुत ज्यादा प्रभावशाली है।
आपको बता दें कि गमलेया केंद्र रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत एक रूसी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान है।
स्पुतनिक लाइट ने कुछ दो-शॉट वाले टीकों की तुलना में बेहतर प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है, साथ ही इसने इंजेक्शन के पांच महीने बाद भी डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ अपना असर बनाये रखा है।
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष ने एक बयान में कहा है, "अन्य टीकों के मुकाबले डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ एक-शॉट स्पुतनिक लाइट वैक्सीन किसी बूस्टर के रूप में काम करता है। यह 83 प्रतिशत से अधिक इन्फेक्शन से बचाता है और 94 प्रतिशत से अधिक यह अस्पताल में भर्ती होने से बचाने में कारगर है। " दो-शॉट स्पुतनिक वी वैक्सीन 70 देशों में अधिकृत है, जिसकी कुल आबादी 4 बिलियन से अधिक है।
स्पुतनिक लाइट वैक्सीन मानव एडेनोवायरस सीरोटाइप 26 पर आधारित है, जो स्पुतनिक वी का पहला कॉम्पोनेन्ट है। बता दें कि यह कोरोनावायरस के खिलाफ दुनिया का पहला पंजीकृत टीका। एक-शॉट स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को 15 से अधिक देशों में अधिकृत किया गया है, जिसमे से अन्य 30 देशों में पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है।