न्यूज हेल्पलाइन 26 मार्च काबुल, अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने अफगानिस्तान में लड़कियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के अपने वादे को तोड़ दिया है और छठी कक्षा में लड़कियों के लिए स्कूल शुरू नहीं करने का फैसला किया है।
तालिबान के एक अधिकारी ने परोक्ष रूप से इस फैसले की पुष्टि की है। दिया हुआ है। इस निर्णय से संभावित अंतरराष्ट्रीय दानदाताओं से मान्यता प्राप्त करने के तालिबान के प्रयासों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है। तालिबान का फैसला ऐसे समय में आया है जब अफगानिस्तान भीषण मानवीय संकट का सामना कर रहा है। हां। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने तालिबान नेताओं से स्कूल शुरू करने और महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर जाने का अधिकार देने का आह्वान किया है। सहायता समूहों का कहना है कि इस फैसले से अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर अनिश्चितता पैदा हुई है अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत थॉमस वेस्ट ने कहा, "तालिबान का फैसला चौंकाने वाला है और मैं बहुत परेशान हूं।" यह फैसला अफगानिस्तान की जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ विश्वासघात है