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तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद किया खुलासा, कहा- 'मैं वर्षों तक अमेरिका एवं नाटो बलों के नाक के नीचे काबुल में रहा'

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Posted On:Monday, September 13, 2021

तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद, जो पिछले महीने काबुल पर विद्रोही समूह द्वारा कब्जा किए जाने के बाद एक दशक में पहली बार मीडिया के सामने आया, ने कहा कि वह अफगानिस्तान की राजधानी में अपने विरोधियों की नाक के नीचे रहता था जो युद्ध के दौरान उसे 'भूत जैसी' शख्सियत मानते थे।
 

'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' से खास बातचीत में मुजाहिद ने कहा है, "अमेरिका और अफगान सेना के लोग ऐसा सोचते थे कि मेरा कोई अस्तित्व नहीं है। मैं उनके अभियानों से कई बार बचा। उन्होंने मुझे पकड़ने के कई प्रयास किए। बाद में वे गंभीरता से मानने लगे कि जबीउल्लाह नाम का कोई व्यक्ति नहीं है, इसे गढ़ा गया है। वे मानने लगे थे कि जबीउल्लाह नाम का कोई व्यक्ति अस्तित्व में नहीं है।"
 
आगे कहा, 'उनके अभियानों के बावजूद मैं अफगानिस्तान में बिना रोक-टोक के धूमता रहा। मुझे लगा कि अमेरिका का यह सोचना कि मेरा कोई अस्तित्व नहीं है, मेरी मदद की। मैं वर्षों तक अमेरिका एवं नाटो बलों के नाक के नीचे काबुल में रहा। मैं अफगानिस्तान में चारो तरफ गया। मैं तालिबान के उन मोर्चों तक गया जहां वे अपनी तैयारी करते थे।'
 
अफगानिस्तान छोड़ने के ख्याल पर मुजाहिद कहता है, "मेरे ठिकानों के बारे में जानकारी पाने के लिए अमेरिकी सेना स्थानीय नागरिकों को पैसे देती थी। मुझे पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाते थे, बावजूद इसके अफगानिस्तान छोड़ने का कभी उनके मन में विचार नहीं आया। तालिबान जैसे जैसे अपने अभियान पर आगे बढ़ा उसे लोगों का समर्थन मिलता गया।
 


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