धर्मशाला, 13 मई । निर्वासित तिब्बती समुदाय को शुक्रवार को नया प्रधानमंत्री मिल जाएगा। निर्वासन में रह रहे तिब्बती समुदाय द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाने वाला यह तीसरा प्रधानमंत्री होगा। 14 मई को धर्मशाला स्थित निर्वासित तिब्बती सरकार के मुख्यालय में 17वीं तिब्बती संसद के 45 सदस्यों सहित प्रधानमंत्री पद का परिणाम सुबह 10 बजे घोषित किया जाएगा।
निर्वासित तिब्बती सरकार के इन्फाॅरमेशन एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स विभाग के प्रेस अधिकारी तेंजिन जिग्मे ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री पद के लिए दो चरणों में हुए चुनाव के अंतिम नतीजों की घोषणा तिब्बत टीवी के फेसबुक पेज के माध्यम से की जाएगी। 14 मई को परिणाम घोषित होने के बाद 20 मई को चुने गए प्रतिनिधियों की शपथ होगी।
गौरतलब है कि बीते 11 अप्रैल को हुए दो उम्मीदवारों के लिए हुए अंतिम चरण के मतदान के बाद प्रारंभिक नतीजों में प्रधानमंत्री पद के लिए पेंपा सेरिंग अपने प्रतिद्वंदी रहे केलसंग दोरजे से काफी आगे रहे हैं। ऐसे में पेंपा सेरिंग का प्रधानमंत्री चुना जाना तय माना जा रहा है। पेंपा सेरिंग ने ने दोनों ही चरणों में अपनी बढ़त बनाए रखी थी। पहले चरण के मतदान के दौरान सात उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था जों दूसरे चरण के चुनाव के लिए दौड़ से बाहर हो गए थे। इनके बाद सिर्फ दो ही उम्मीदवार पेंपा सेेरिंग और केलसंग दोरजे के बीच अंतिम मुकाबला हुआ।
गौर हो कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाने वाला निर्वासित तिब्बती सरकार का यह तीसरा प्रधानमंत्री होगा। इससे पूर्व 2011 से लेकर 2021 तक दो बार लगातार डा. लोबसांग सांग्ये निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री रहे हैं। प्रधानमंत्री पद के अलावा कल 45 संसद सदस्यों के लिए मतगणना होगी।
वहीं बीते 11 अप्रैल को अंतिम चरण के मतदान में भारत सहित विश्व भर के 26 देशों में रह रहे 83 हजार से अधिक निर्वासित तिब्बतियों ने मतदान किया था। सांसदों की 45 सीटों के लिए 93 उम्मीदवार मैदान में थे।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष यानि सिक्याेंग पद के लिए पहले चरण में हुए चुनाव में पेंपा सेरिंग सबसे अधिक 24,488 मत लेकर सबसे आगे हैं, जबकि केलसंग दोरजे 14,544 मतों के साथ द्वितीय स्थान पर रहे हैं। इससे पूर्व तीसरे स्थान पर गेयरी डोलमा 13,363 व डोडुंप नगडूप 10,200 मत लेकर चैथे स्थान पर रहे थे। लेकिन पहले चरण के परिणाम के बाद गेयरी डोलमा और डोडुंप नगडूप इस पद की दौड़ से बाहर हो चुके थे।