विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पोलियो-स्थानिक देश के रूप में पाकिस्तान में यात्रा प्रतिबंधों को और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है. डेली पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने पिछले पोलियो-स्थानिक देशों में सूचीबद्ध होने के कारण दक्षिण एशियाई देश पर यात्रा प्रतिबंधों को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, पोलियो आईएचआर इमरजेंसी कमेटी ने अपने नए बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान ऐसे देश हैं जो अपनी जमीन से पोलियो को मिटाने में नाकामयाब रहे हैं. इतना ही नहीं वे जोखिम वाले देशों के रूप में सामने आये हैं, और वायरस के वैश्विक प्रसार के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं.
हालांकि, पाकिस्तान ने पोलियो पर लगभग अपनी जीत हासिल कर ली है, दरअसल, पिछले दस महीनों में वाइल्ड पोलियो वायरस (WPV1) के मामलों की संख्या गिरकर शून्य हो गई है, जो 2020 में 84 से कम है. ऐसे में समिति ने कहा है कि पाकिस्तान के सिस्टम में वायरस की मौजूदगी कम हुई है.
पोलियो वायरस के अंतरराष्ट्रीय प्रसार पर अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (2005) (IHR) के तहत आपातकालीन समिति की तीसवीं बैठक डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक द्वारा 3 नवंबर को बुलाई गई थी, जिसमें समिति के सदस्यों और सलाहकारों ने डब्ल्यूएचओ सचिवालय द्वारा समर्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाग लिया था.
आपातकालीन समिति ने वाइल्ड पोलियोवायरस (WPV1) और सर्कुलेटिंग वैक्सीन व्युत्पन्न पोलियोवायरस (cVDPV) पर डेटा की समीक्षा की है. इन स्टेट पार्टीज में स्थिति के बारे में तकनीकी अपडेट सामने आये हैं, जिसमें अफगानिस्तान, चीन, गिनी बिसाऊ, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सेनेगल और यूक्रेन का नाम शामिल है.