World, 7 Jan (News Helpline) ओमीक्रॉन को कोरोना के इसके पहले आये डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले बेहद कम घातक समझा जा रहा था, लेकिन WHO की माने तो चीजे ऐसी नहीं हैं बल्कि इससे बेहद अलग हैं. जी हां, विश्व स्वास्थ्य संगठन के निदेशक ने गुरुवार को कहा कि कोविड -19 के ओमीक्रॉन वैरिएंट को हल्का नहीं समझा जा सकता है, क्योंकि इसके कारण लोगों की जाने जा रही हैं.
जहां ओमीक्रॉन को डेल्टा की तुलना में कम खतरनाक बताया जा रहा है, खास कर के वैक्सीन ले चुके लोगों में, तो आपको बता दें कि WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि इसे "हलके" वाले केटेगरी में डाल देना चाहिए.
वह आगे कहते हैं, "पिछले वैरिएंट की तरह ओमीक्रॉन के कारण भी लोगों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, और उनकी जान भी जा रही हैं." वह कहते हैं की "असल में मामलों की सुनामी इतनी बड़ी और तेज है कि यह दुनिया भर में स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी पड़ रही है."
घेब्येयियस ने कहा, "पिछले हफ्ते महामारी में अब तक के सबसे अधिक कोविड -19 मामले सामने आए हैं." उन्होंने कहा कि WHO निश्चित था कि साल के अंत की छुट्टियों के आसपास टेस्ट में बैकलॉग के कारण यह आंकड़ा कम आंका जाएगा.
WHO ने गुरुवार को कहा कि पिछले हफ्ते दुनिया भर में कोविड -19 के रिकॉर्ड 9.5 मिलियन मामले बड़ी उछाल के साथ देखने मिले. यह सूनामी की मात्रा में संक्रमण की हर हफ्ते की संख्या में 71% की बढ़त को देखा गया है. वहीं दुनिया भर में नए वैरिएंट के रूप में सामने आया है.
वहीं, WHO के अधिकारियों ने लोगों से वैक्सीन लगवाने, साथ ही हवादार कमरे में रहने के साथ दूरी बनाए रखने और हमेशा बाहर जाते समय मास्क पहनने की सलाह दी है.