ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||   

प्रधानमंत्री ने किया बीएचयू द्वारा निर्मित गेहूं की रोग प्रतिरोधी प्रजाति 'मालवीय 838' राष्ट्र को समर्पित

 
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान ने एक और उपलब्धि हासिल की है , यहां के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित गेहूं की प्रजाति मालवीय 838, को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक वर्चुअल मंच के माध्यम से 34 अन्य फसल प्रजातियों साथ राष्ट्र को समर्पित किया।

व्हीट ब्लास्ट डिजीज  की शत्रु है  गेंहू की मालवीय 838 प्रजाति%3A
 
प्रोफेसर वीके मिश्रा के नेतृत्व में बीएचयू के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि मालवीय 838, जिसे हिंदू विश्वविद्यालय गेहूं (HUW) 838 भी कहा जाता है, 'व्हीट ब्लास्ट डिजीज'  के खिलाफ पूरी तरह से प्रतिरोधी है, जो एशियाई देशों के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय बनकर उभरा है। जो 2016 में ब्राजील से बांग्लादेश और भारतीय क्षेत्रों में विस्तार का खतरा पैदा करना शुरू कर दिया था।

प्रधानमंत्री ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस मैनेजमेंट, रायपुर (छत्तीसगढ़) के नवनिर्मित परिसर के वर्चुअल उद्घाटन और कृषि विश्वविद्यालयों को ग्रीन कैंपस अवार्ड वितरण के अवसर पर मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष गुणों वाली 35 फसल प्रजातियों को राष्ट्र को समर्पित किया।


2016 में इस रोग ने बांग्लादेश में मचाई थी तबाही%3A 
बीएचयू परिसर में संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, छात्रों और यहां तक ​​कि गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने भी इस अवसर पर जश्न मनाया।   प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि , हमने 2014-15 में विभिन्न विभागों के प्रजनकों (breeders)और वैज्ञानिकों को शामिल करके गेहूं की जैव-फोर्टिफाइड किस्म विकसित करने पर काम करना शुरू कर दिया था। संयोग से, गेहूं की विनाशकारी बीमारियों में से एक, जिसे गेहूं विस्फोट ​(wheat blast) के रूप में जाना जाता है, ने 2016 में बांग्लादेश को तबाह किया और इसके अधिकतम क्षेत्र को कवर किया। यह भारत के साथ-साथ पड़ोसी एशियाई देशों के लिए चिंता का विषय बनकर उभरा। चूंकि यह बीमारी हवा से फैलती है, इसलिए भारत के पड़ोसी राज्यों के लिए खतरा बहुत अधिक था।


प्रोफेसर मिश्रा ने कहा  कि यह तेजी से संक्रमित करने वाला और विनाशकारी कवक रोग है , हाल के दशकों में सबसे भयावह और असाध्य गेहूं की बीमारियों में से एक, यह संक्रमित बीजों, फसल के अवशेषों के साथ-साथ बीजाणुओं से फैलता है जो हवा में लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं, जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में गेहूं के उत्पादन के लिए एक बड़ा खतरा है। इसका पहला लक्षण एक सप्ताह से भी कम समय में अनाज में सिकुड़न  पैदा कर सकता है और  विकृत कर सकता है, जिससे किसानों को फसलों के बचाव का समय नहीं मिलता है।
 
मालवीय 838 किस्म के बीज खेती के लिए बांग्लादेश भेजे गए थे और परिणाम आश्चर्यजनक था क्योंकि यह गेहूं ब्लास्ट रोग के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी साबित हुआ। प्रोफेसर मिश्रा ने आगे कहा कि, गेंहू की किस्म मालवीय 838  में अन्य लोकप्रिय किस्मों की तुलना में उच्च उपज के साथ 20% अधिक जिंक और आयरन भी है। 


सीमित सिंचाई में भी अच्छी उपज
यह  सीमित सिंचाई परिस्थितियों में भी बेहतर  साबित हुई है।बायो फोर्टिफाइड किस्म विकसित करने के लिए प्रो. एचके जायसवाल, जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग विभाग के डॉ. संदीप शर्मा, एग्रोनॉमी के प्रो. रमेश कुमार सिंह, प्रो. रमेश चंद, माइकोलॉजी एंड प्लांट पैथोलॉजी ऑफ इंस्टीट्यूट के प्रो. एसएस वैश्य, प्रो. वीके मिश्रा के नेतृत्व में टीम ने काम शुरू किया था। 
 
उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि उनके द्वारा विकसित  गेहूं  की प्रजाति "ब्लास्ट रोग" के खिलाफ पूरी तरह से प्रतिरोधी साबित हुई है, जो 2016 में बीज आयात के दौरान ब्राजील से बांग्लादेश पहुंचने के बाद दुनिया के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक क्षेत्र एशिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया था।

Posted On:Wednesday, September 29, 2021


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.