नई दिल्ली, 16 अप्रैल । भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने आज देश के लिए मानसून का पहला अनुमान जारी किया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल पूरे देश में सामान्य मानसून रहने की उम्मीद जताई है। जिसके कारण इस साल अच्छी खेती होने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के अनुमान में कहा गया है कि इस साल एलनीनो के बढ़ने के आसार कम हैं। आईएमडी मौसम का अगला अनुमान मई के महीने में जारी करेगा। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि इस साल आईएमडी हर महीने के अंत में मौसम का अनुमान जारी करेगा। इससे खेती के अनुमान लगाने में तुलनात्मक रूप से ज्यादा सुविधा होगी। साथ ही इन अनुमानों की मदद से खेती की पहले से योजनाएं भी बनाई जा सकेंगी।
आज जारी किए गए अनुमान में मौसम विभाग ने कहा है कि इस साल देश में दीर्घावधि में 98 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। इसमें देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य मानसून रहने का अनुमान जताया गया है। आपको बता दें कि आज भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा मौसम का अनुमान जारी करने के पहले ही निजी एजेंसी स्काईमेट ने अपना मानसून अनुमान जारी कर दिया था। स्काईमेट ने भी मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया था। हालांकि स्काईमेट ने अनुमान लगाया था कि दीर्घावधि की औसत बारिश करीब 103 फीसदी होगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन में से दो सालों के दौरान मानसून औसत रहा है। इस साल बार भी देश में मानसून के एलनीनो प्रभाव से मुक्त रहने की बात कही जा रही है। खेती किसानी के लिहास से बात काफी सुकून पहुंचाने वाली है। वो भी तब जबकि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण लगाई जाने वाली सेमी लॉकडाउन, वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू सरीखी पाबंदियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर एक बार फिर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अगर मानसून एलनीनो प्रभाव से मुक्त होकर सामान्य रहता है तो कृषि क्षेत्र के लिए काफी बेहतर होगा और देश की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक सिद्ध होगा।