नई दिल्ली, 23 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत में मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामले हुए मगर उनमें से जो मामले सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहें, वे तीन नामों से ज्यादा सम्बद्ध रहें। ये नाम हैं- विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी। इन तीनों घोटालेबाजों में एक बात कॉमन रही थी कि ये तीनों घोटाले करने के बाद देश छोड़ कर भागने में सफल रहे थे।
ज्ञात हो कि इन मनी लॉन्ड्रिंग घोटालों में भारत सरकार की बहुत फजीहत हुई थी। अब इन्ही केस में एक सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार से पेश होते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के सम्पतियों को बेच कर अब तक कुल 18,000 करोड़ रुपए उन बैंकों को लौटाए गए हैं, जिनके कर्ज को लेकर ये घोटालेबाज फरार हो गए थे।
केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर से कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के मामलों में शीर्ष अदालत के समक्ष लंबित अपराधों की कुल आय 67,000 करोड़ रुपए है।