बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDa) ने बुधवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध निर्माण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। इस अभियान के दौरान 12 अवैध निर्माणों को पकड़ते हुए सील कर दिया गया। इनमें निर्माणाधीन होटल, कॉम्प्लेक्स और अन्य व्यावसायिक एवं आवासीय बिल्डिंग्स शामिल थीं। इन सभी निर्माणों में से कोई भी वाराणसी विकास प्राधिकरण से आवश्यक नक्शा या मंजूरी प्राप्त नहीं कर पाया था।
ककरमत्ता क्षेत्र के राजकुमार वर्मा द्वारा एक बी+जी+3 तल्ले के होटल का निर्माण किया जा रहा था, जिसमें किसी प्रकार का नक्शा पास नहीं था। इसके अलावा, भिखारीपुर में राजेन्द्र प्रसाद और सुरेन्द्र प्रसाद द्वारा कमर्शियल बिल्डिंग के निर्माण का काम चल रहा था। वहीं, आशा सनोजा भी भिखारीपुर में एक व्यावसायिक निर्माण करा रही थीं, जो बिना किसी मंजूरी के था।
कंचनपुर में, प्रत्यक्ष डेवलपर अविनाश उपाध्याय द्वारा बिना किसी स्वीकृत नक्शे के आवासीय और व्यावसायिक बिल्डिंग का निर्माण हो रहा था। इसी क्षेत्र में कुंदन कन्नौजिया भी एक जी+3 तल्ले का व्यावसायिक निर्माण करा रहे थे। वहीं, वार्ड नगवां में पार्षद विनित सिंह नेवादा और शैलेश भारती भी बिना नक्शे के व्यावसायिक निर्माण कर रहे थे, जिसे सील कर दिया गया।
इसके अलावा, चितईपुर और अन्य क्षेत्रों में भी कई अवैध निर्माण पकड़े गए। वाचस्पति उपाध्याय द्वारा चितईपुर में जी+3 तल्ले का मल्टी यूनिट निर्माण बिना स्वीकृत नक्शे के किया जा रहा था। इसी तरह, नदेसर में ओमकार प्रसाद पाण्डेय और सिकरौल में संगीता जायसवाल द्वारा भी बिना मंजूरी के निर्माण कराए जा रहे थे, जिन्हें सील कर दिया गया। यह कार्रवाई अवैध निर्माणों के खिलाफ वाराणसी विकास प्राधिकरण की कड़ी मुहिम का हिस्सा है।