नई दिल्ली, 2 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) बिजली संरक्षण के लिए ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के दायरे में भारत सरकार और विद्युत मंत्रालय द्वारा की गई पहलों के तहत शुरू किए गए ग्राम उजाला कार्यक्रम के तहत लोगों का आपार समर्थन मिल।रहा है। इस योजना के तहत अब तक 33 लाख से अधिक LED बल्ब वितरित किए जा चुके हैं।
मंत्रालय ने बताया कि ग्राम ‘उजाला’ कार्यक्रम के तहत, आम बल्बों को कुशल एलईडी बल्बों से बदल दिया जाता है जो 88% कम बिजली की खपत करते हैं। इस कार्यक्रम के तहत अब तक 33 लाख से अधिक एलईडी बल्ब वितरित किए जा चुके हैं और इसके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 467 मिलियन kWh की अनुमानित ऊर्जा बचत हुई है।
बिजली संरक्षण के लिए ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के दायरे में भारत सरकार और विद्युत मंत्रालय द्वारा की गई पहलों के तहत ही एक अन्य कार्यक्रम 'मानक और लेबलिंग (एस एंड एल) योजना' उपभोक्ताओं को ऊर्जा बचत के बारे में एक सूचित विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित की गई विभिन्न ऊर्जा खपत करने वाले उपकरणों की लागत बचत क्षमता उपलब्ध कराना है। इस कार्यक्रम में वर्तमान में 28 उपकरण शामिल हैं, जिनमें से 24 उपकरण बिजली की बचत की सुविधा प्रदान करते हैं। इस कार्यक्रम के परिणामस्वरूप 2019-20 में लगभग 65 बिलियन यूनिट की वार्षिक बिजली बचत हुई है।
वहीं, उन्नत ज्योति बाय अफोर्डेबल एलईडी फॉर ऑल (उजाला) योजना का उद्देश्य मांग के एकत्रीकरण के माध्यम से एलईडी लैंप की तेजी से वृद्धि की सुविधा प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत नवंबर 2021 तक 36.78 करोड़ एलईडी बल्ब बेचे जा चुके हैं, जिससे सालाना 48 अरब यूनिट बिजली की बचत होती है।