बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (8 नवंबर) को बिहार के सीतामढ़ी में एक विशाल चुनावी सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान न केवल महागठबंधन (कांग्रेस और आरजेडी) पर तीखे हमले किए, बल्कि पहले चरण में हुए रिकॉर्ड मतदान के लिए बिहार की जनता का आभार भी व्यक्त किया और एनडीए की ऐतिहासिक जीत का दावा किया।
'जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका'
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत पहले चरण के मतदान की सराहना करते हुए की। उन्होंने कहा, "पहले चरण के मतदान में बिहार ने कमाल कर दिया है।"
पीएम ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान ने "जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका लगा दिया है।" उन्होंने कहा कि चारों तरफ यह चर्चा है कि बिहार के नौजवानों और बहनों-बेटियों ने विकास को चुना है और एनडीए की रिकॉर्ड विजय पक्की कर दी है।
रंगदार या डॉक्टर? आरजेडी पर सीधा वार
पीएम मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि आरजेडी वाले बिहार के बच्चों के साथ क्या करना चाहते हैं, यह उनके नारों में साफ दिखता है।
उन्होंने आरोप लगाया, "आरजेडी के मंचों से साफ साफ कहलवाया जा रहा है, उन्हें रंगदार बनना है।" पीएम ने जनता से सवाल किया कि क्या बिहार का बच्चा रंगदार बनना चाहिए या डॉक्टर बनना चाहिए? उन्होंने आगे कहा, "क्या रंगदार बनाने वालों को जीतने देंगे।"
प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं की आकांक्षाओं पर ज़ोर देते हुए कहा, "बिहार का बच्चा रंगदार नहीं बन सकता, डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, अदालत में जज बनेगा। बिहार में हैंड्स अप कहने वालों की जगह नहीं है, स्टार्ट अप की जगह होगी।"
उन्होंने एनडीए के विजन को स्पष्ट करते हुए कहा कि वे बच्चों के हाथ में किताबें, कंप्यूटर, लैपटॉप, बैट, हॉकी स्टिक और फुटबॉल देना चाहते हैं, जबकि जंगलराज का मतलब है: "कट्टा, क्रूरता, कटुता, कु:संस्कार, करप्शन।"
मां सीता के आशीर्वाद से विकसित बनेगा बिहार
सीतामढ़ी की धरती पर पीएम मोदी ने मां सीता को याद किया। उन्होंने कहा, "मां सीता की इस पुण्य भूमि पर मैं आया हूं, ये भी बड़ा सौभाग्य है।"
पीएम ने 8 नवंबर 2019 की तारीख को याद किया, जब वह यहीं से करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए जाने वाले थे और अगले दिन अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना था। उन्होंने कहा, "मैं मन ही मन प्रार्थना कर रहा था कि सीता मैया के आशीर्वाद से फैसला रामलला के पक्ष में ही आए और जब सीता माता की धरती से प्रार्थना की जाए, वो कभी विफल जाती है क्या? ऐसा ही हुआ।"
पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि "मां सीता के आशीर्वाद से ही बिहार विकसित बिहार बनेगा।" उन्होंने जनता से अपील की कि यह चुनाव बिहार के बच्चों और उनकी संतानों का भविष्य तय करेगा, इसलिए यह चुनाव बहुत अहम है। उन्होंने भीड़ के उत्साह को देखते हुए नारा दिया: "नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर एक बार NDA सरकार।"