शिमला, 13 मई । हिमाचल में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश-बर्फबारी की वजह से प्रदेश का मौसम मई में भी ठंडा बना हुआ है। प्रदेश की राजधानी शिमला में ठंड से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। शिमला सहित राज्य के अधिकांश जिलों में गुरुवार को भी गरज के साथ बारिश हुई। कुछ स्थानों पर ओले गिरे। शिमला और कुल्लू जिलों के ऊंचे क्षेत्रों में ओलावृष्टि से सेब सहित मटर व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है।
बीते 24 घण्टों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में बादल बरसे। धर्मशाला में सर्वाधिक 65, मंडी में 31, कुमारसेन व रोहड़ू में 27, बलद्वारा में 24, रामपुर में 23, नारकंडा भुंतर और गगल में 21, केलंग में 20, गोहर व कोठी में 18, बजुआरा व रोहड़ू में 17, सियोबाग में 16, वांगटु व पंडोह में 15 मिलीमीटर, करसोग व मनाली में 14, कसौली, सुन्दरनगर व जोगिन्दरनगर में 13, बेजनाथ में 12 और शिमला में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राजधानी शिमला में सुबह से मौसम खराब बना रहा दोपहर तक शहर में गरज के साथ बारिश हुई। इस दौरान अंधड़ भी चली, जिससे कुछ स्थानों पर बिजली गुल हो गई। बारिश से अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आई है।
लाहौल-स्पीति के केलंग में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री, किन्नौर के कल्पा में 5.6, कुफरी में 6.7, मनाली में 8.4, डलहौजी में 8.5, शिमला में 9.1, भुंतर में 12.3, पालमपुर में 12.5, धर्मशाला में 12.8, सोलन में 13, मंडी में 13.1 सुन्दरनगर में 13.9, चम्बा में 14.7, कांगड़ा में 15.6, नाहन में 17, बिलासपुर में 18.3, हमीरपुर में 18.6 और ऊना में 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि मैदानी और मध्यपर्वतीय इलाकों में अगले 24 घण्टों में गरज के साथ बारिश व बिजली कड़कने का येलो अलर्ट जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मैदानी हिस्सों में 15 से 18 मई तक मौसम साफ रहेगा। जबकि मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में 17 व 18 मई और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 16 से 18 मई तक मौसम रहेगा। 19 मई से पूरे प्रदेश में बादलों के फिर बरसने का अनुमान है।