ताजा खबर
आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||    चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने लिया ब्रेक, अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे, गुलाब जामुन का उठाया लुत्...   ||    13 अप्रैल: देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ   ||   

राजीव गाँधी हत्याकांड से नाम जुड़ना मंजूर नहीं, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, November 15, 2022

मुंबई, 15 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजीव गांधी हत्याकांड के सभी 6 दोषी शुक्रवार को रिहा हो चुके हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने नलिनी और आरपी रविचंद्रन समेत सभी दोषियों की रिहाई का आदेश दिया था।सुप्रीम कोर्ट ने 18 मई को इसी केस में दोषी पेरारिवलन को रिहा करने का आदेश दिया था। बाकी दोषियों ने भी उसी आदेश का हवाला देकर कोर्ट से रिहाई की मांग की थी। दरअसल, राजीव ने अपने कार्यकाल में श्रीलंका में शांति सेना भेजी थी, जिससे तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) उनसे नाराज चल रहा था। 21 मई 1991 में जब लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार करने राजीव गांधी चेन्नई के पास श्रीपेरंबुदूर गए तो वहां लिट्टे ने राजीव पर आत्मघाती हमला करवाया। लिट्टे की महिला आतंकी धनु (तेनमोजि राजरत्नम) ने कमर पर बंधे विस्फोटकों में ब्लास्ट किया। जिससे राजीव और धनु समेत 16 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।

अब नलिनी श्रीहरन ने कहा है कि राजीव गांधी की हत्या में नाम जुड़ना मंजूर नहीं, मुझे नहीं पता उन्हें किसने मारा, लेकिन मुझ पर से ये इलजाम हटना चाहिए। नलिनी बोलीं,  कुछ लोग हमारी रिहाई का विरोध कर रहे हैं। हम कांग्रेसी हैं। जब इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हुई, तब हमारा परिवार दुखी था, किसी ने खाना तक नहीं खाया था। मैं यह मंजूर नहीं कर सकती कि राजीव गांधी की हत्या में मेरा नाम लिया गया था। मुझे इस इलजाम से मुक्त होना चाहिए। हमें नहीं पता कि उनकी हत्या किसने की। नलिनी ने यह भी कहा कि वह और उसका पति मुरुगन लंदन जाना चाहते हैं और अपनी बेटी के साथ जीवन भर रहना चाहते हैं। वे करीब 16 साल से अपनी बेटी से अलग हैं। नलिनी ने कहा कि जब वह संथन से मिली तो उसने बताया था कि वह श्रीलंका जा रहा है। जबकि जयकुमार और रॉबर्ट पायस दोनों अभी तक अपने भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं ले पाए हैं।

मुरुगन की पत्नी नलिनी और जयकुमार की पत्नी शांति उनसे मिलने त्रिची कैम्प पहुंची थीं, जहां नलिनी ने कहा कि मैं राज्य और केंद्र सरकारों से त्रिची स्पेशल कैम्प में बंद 4 श्रीलंकाई नागरिकों को रिहा करने की अपील करती हूं, जिनमें मेरे पति भी शामिल हैं। जेल से रिहा होने के बावजूद यह कैम्प दोबारा जेल जाने जैसा है। गौरतलब है कि जेल से रिहा होने के बाद संथन, मुरुगन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को त्रिची में विदेशियों के लिए एक विशेष शिविर में रखा गया है।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.