गुवाहाटी, 9 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) असम के जोरहाट जिले में हुए नाव दुर्घटना में ब्रह्मपुत्र नदी में लापता लोगों की तलाश के लिए आज वृहस्पतिवार 9 सितंबर से इंडियन आर्मी भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल लेने वाली है। उम्मीद है कि भारतीय सेना के शामिल होने से इस रेस्क्यू अभियान में तेजी आए और लापता लोगों की जान बचाई जा सकें।
ज्ञात हो कि कल बुधवार 8 सितंबर की शाम को असम के जोरहाट जिले के नेमाटीघाट घाट से लगभग 100 मीटर दूर एक बड़े सरकारी जहाज, जो कि असम राज्य के अंतर्देशीय जल परिवहन से संबंधित था, का एक छोटे निजी बोट के साथ आमने-सामने की टक्कर हो गई। कल बुधवार 8 सितंबर की शाम 4 बजे के आसपास हुए इस दुर्घटना में सरकारी नाव ब्रह्मपुत्र में डूब गई।
ज्ञात हो कि मानसून के कारण अभी ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर काफ़ी ऊंचा और तेज है। इस कारण से बड़े बोट में सवार सभी 120 पानी में डूब गए। इस दुर्घटना के थोड़ी देर बाद ही असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDRF) ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के सहयोग से लोगों का बचाव अभियान शुरू किया।
NDRF के डिप्टी कमांडेंट पी. श्रीवास्तव का कहना है कि राज्य के रिकॉर्ड के अनुसार, 50 लोगों को बचा लिया गया है और 70 अभी भी लापता हैं। अधिकारियों द्वारा एक महिला की मौत की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही इस बोट दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को असम राज्य सरकार द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
केंद्र ने जोरहाट में एक नाव दुर्घटना के बाद लोगों को बचाने में असम सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर बात की और कहा कि केंद्र सरकार स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। इसके अलावे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुर्घटना के लिए खेद व्यक्त करते हुए लापता लोगों के सकुशल वापसी की प्रथना की है