मुंबई, 14 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली पुलिस ने एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया। 18 मई यानी करीब 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता था। 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट किया। इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या की सनसनीखेज कहानी बताई।
श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे। 2019 में यहीं दोनों की मुलाकात हुई। दोनों प्यार करने लगे, लेकिन दोनों के रिश्तों से परिवार वाले नाखुश थे। इसके चलते दोनों मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए और महरौली के एक फ्लैट में लिव इन में रहने लगे। तो वही कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने मां से फोन पर कहा था कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। श्रद्धा की मां की मौत के बाद वह अपने घर आई थी, तब उसने अपने पिता से भी मारपीट की बात कही थी। जिसके बाद श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से संपर्क में थी। लक्ष्मण ही श्रद्धा के पिता विकास मदान को जानकारी देता था। जब श्रद्धा ने कई दिन तक लक्ष्मण का फोन नहीं उठाया तो उसने श्रद्धा के पिता को जानकारी दी। इस पर पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी कोई अपडेट नहीं मिल रही है। विकास मदान बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा था। उन्होंने महरौली पुलिस में शिकायत की और बेटी के अगवा होने का आरोप लगाया।
पिता की शिकायत पर पुलिस ने आफताब को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। वह शादी के दबाव बना रही थी। आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी रिश्ते थे और श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। इस बात पर भी दोनों के बीच विवाद होता था। आफताब ने तंग आकर हत्या कर दी। अब पुलिस ने मर्डर का केस दर्ज कर श्रद्धा की बॉडी को सर्च करना शुरू कर दिया है।
साउथ दिल्ली के एडिशनल DCP अंकित चौहान ने बताया, 18 मई को झगड़े के बाद आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने उसकी बॉडी के आरी से 35 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया। इसके बाद रोज वह बैग में रखकर इन्हें फेंकने के लिए ले जाता। हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके। अगरबत्ती जलाता था, ताकि बदबू को दबाया जा सके। पुलिस ने बताया कि वह हर रोज रात को 2 बजे घर से निकलता और टुकड़ों को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ठिकाने लगाता।