मुंबई, 28 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस पार्टी ने राहुल की सांसदी खत्म करने के विरोध में मशाल यात्रा निकालने का निर्णय लिया था। जब पार्टी के नेता और कार्यकर्त्ता लाल किले के पास पहुंचे तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें मशाल जुलूस निकालने की परमिशन नहीं दी, साथ ही मशाल मार्च निकाल रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। कांग्रेसी कार्यकर्त्ता लाल किले के पास लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च के लिए पहुंचे थे। कांग्रेस के सीनियर लीडर हरीश रावत, पी.चिंदबरम को भी हिरासत में ले लिया गया है। हरीश रावत ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है। हमने मशालें जलाई, जिन्हें पुलिस ने बुझाने का काम किया। लेकिन हम दिल की मशाल जलाएंगे, हर जुलूम से लड़ेंगे।
संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा आज मंगलवार को भी बिना किसी कामकाज के स्थगित हो गए। सत्र शुरू होते ही अडाणी और राहुल के मुद्दे पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया। लोकसभा में कुछ सांसद वेल में आ गए और स्पीकर के सामने कागज फाड़ कर फेंक दिए। कुछ ने काले कपड़े भी दिखाए। इसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया। वहीं, सत्र शुरू होने से पहले दो बैठकें हुईं। पहली, भाजपा संसदीय दल की, दूसरी, कांग्रेस और 16 विपक्षी दलों की। भाजपा सांसदों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद मौजूद थे। बैठक में नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर प्रधानमंत्री को सम्मानित किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री का भाषण हुआ। PM ने सांसदों से कहा, जैसे-जैसे पार्टी आगे बढ़ेगी, विपक्ष के हमले और तेज होते रहेंगे, इसलिए स्ट्रॉन्ग फाइट के लिए तैयार रहें। कांग्रेस की बैठक में लाल किले से टाउन हॉल तक मशाल यात्रा निकालने का निर्णय हुआ।