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राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर को लिखे दूसरा लेटर में लिखा, मुझे सदन में बोलने का अधिकार, जानिए और क्या कहा

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Posted On:Tuesday, March 21, 2023

मुंबई, 21 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक बार फिर लेटर लिखा है। उन्होंने लिखा कि बेतुके और बेकार के आरोप के लगाए जा रहे हैं। राहुल ने अपील की है कि उन्हें ब्रिटेन में दिए गए बयान को लेकर सदन में अपनी बात रखने का मौका दिया जाए, क्योंकि उन्हें सदन में बोलने का अधिकार है। इससे पहले कांग्रेस नेता ने इसी मामले सोमवार को भी लोकसभा स्पीकर को लेटर लिखा था। संसद में अपनी बात रखने की मांग की थी। ब्रिटेन में भारतीय लोकतंत्र पर टिप्पणी को लेकर भाजपा उनसे लगातार माफी की मांग कर रही है। वहीं, राहुल का कहना है कि सरकार के कुछ मंत्रियों ने उनपर भारत के खिलाफ बोलने के आरोप लगाए हैं, जो पूरी तरह से बेसलेस है।

लेटर में राहुल ने लोकसभा के नियम 357 का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि नियम 357 सदन में पर्सनल एक्सप्लेनेशन की अनुमति देता है। राहुल के मुताबिक, कोई भी सांसद स्पीकर की परमिशन से अपना स्पष्टीकरण दे सकता है, भले ही सदन के सामने कोई सवाल न हो। उन्होंने कहा कि वह यह परमिशन संसदीय परंपराओं, नेचुरल जस्टिस के संवैधानिक रूप से निहित नियमों और लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 357 के तहत मांग रहा हूं। राहुल ने लिखा कि वे प्रशासनिक मनमानी के खिलाफ एक गारंटी हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को एक ऐसे मामले में सुनवाई का अधिकार है, जिससे वे संबंधित हैं। निश्चित रूप से, आप इस बात से सहमत होंगे कि सभी संस्थानों की तरह संसद इस अधिकार के सम्मान करने की जिम्मेदारियों से बच नहीं सकती।

उन्होंने कहा, लोकसभा डिजिटल लाइब्रेरी पर भी कई उदाहरण मौजूद हैं, जो बताते हैं कि यह अधिकार संसद के भीतर दिए गए बयानों का जवाब देने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पब्लिक डोमेन में लगाए गए आरोपों तक भी है। इससे पहले राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी कहा था कि वह सदन में बोलना चाहते हैं। भाजपा उनसे लगातार माफी की मांग कर रही है। राहुल पिछले हफ्ते भी पार्लियामेंट की विदेशी मामलों की कंसल्टेटिव कमेटी के सामने कह चुके हैं कि उन्होंने भारत का अपमान नहीं किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर दोहराया कि लंदन के केंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए बयान पर राहुल गांधी संसद में माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा, हम अडाणी मामले पर JPC से जांच की मांग बार बार करेंगे जब तक हमें कोई जवाब नहीं मिलता। यह सिर्फ मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए है। हमारे दूतावासों पर हमले हो रहे हैं लेकिन सरकार इन हमलों की निंदा करने के लिए कुछ भी नहीं कह रहे और अब 'देशभक्ति' की बात कर रहे हैं।


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