चेन्नई, 18 जनवरी ( न्यूज़ हेल्पलाइन) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस साल दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड से राज्य की झांकी को बाहर करने पर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में स्टालिन ने कहा कि वह इस तथ्य से बहुत निराश हैं कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों को प्रदर्शित करने वाली तमिलनाडु की झांकी को परेड में शामिल नहीं किया जा रहा।
उन्होंने लिखा, “यह तमिलनाडु राज्य और उसके लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय है और मैं तमिलनाडु की झांकी को शामिल करने की व्यवस्था करने के लिए आपके तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं जो नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड 2022 में तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानियों को प्रदर्शित करेगी।“
उन्होंने कहा कि राज्य के प्रतिनिधि तीन बार विशेषज्ञ समिति के सामने पेश हुए और पहली बैठक के दौरान उन्होंने इस विषय पर संतोष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री के अनुसार, राज्य की झांकी में ब्रिटिश राज के दौरान तमिल स्वतंत्रता सेनानियों को सामने रखने और ईस्ट इंडिया कंपनी के समय के लोगों को पीछे रखने की योजना थी। उन्होंने कहा कि वीओ चिदंबरनार, सुब्रमण्यम भारती, वेलु नचियार और मरुधुपंडियार भाई झांकी का हिस्सा थे। वह राज्य से थे और अंग्रेजों के खिलाफ लड़े थे।
उन्होंने कहा, “वीओ चिदंबरनार, महा कवि भारथिअर, वीरमंगई वेलु नचियार, मारुथु भाई तमिलनाडु के कई स्वतंत्रता सेनानियों में से कुछ हैं। तमिलनाडु की झांकी को बाहर करने से तमिलनाडु के लोगों की भावनाओं और देशभक्ति की भावनाओं को गहरा ठेस पहुँचेगी।”
उन्होंने कहा, "तमिलनाडु को चौथे दौर की बैठक के लिए नहीं बुलाया गया था और यह सूचित किया गया था कि तमिलनाडु राज्य को शॉर्टलिस्ट करते समय छोड़ दिया गया है।”
स्टालिन से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल राज्य सरकार ने गणतंत्र दिवस परेड से अपने-अपने राज्यों की झांकी को अस्वीकार किए जाने पर निराशा व्यक्त की है।