हैदराबाद, 5 जून
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पर्यावरण जैसी कीमती कोई और संपत्ति नहीं है।
विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में उन्होंने राज्य के लोगों से पर्यावरण की रक्षा करने का आग्रह किया। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अपने जीवन को बचाने के लिए शुद्ध हवा की तलाश कर रहे लोगों की विकट स्थिति को पर्यावरण की सुरक्षा से ही दूर किया जा सकता है।
राव ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ वातावरण देने के लिए कई उपाय और कार्य योजनाएँ शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि हल्के प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है और हरियाली को बढ़ाने के उद्देश्य से हरित हरम जैसे कार्यक्रम लागू किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई योजनाए लागू की गई हैं। इन योजनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर भी वाहवाही मिली है।
उन्होंने कहा, "सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं के माध्यम से सिंचाई और पीने के पानी के लिए शुद्ध पानी की आपूर्ति की जाती है। कई योजनाओं के माध्यम से सब्जियों, दूध, मांस और खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ाया गया और राज्य में लोगों को पौष्टिक भोजन मिल रहा है।"
यह कहते हुए कि सिंचाई परियोजनाओं के लिए नदी के पानी का मोड़ भी हरित आवरण और एक संतुलित वातावरण प्रदान कर रहा है, उन्होंने लोगों से पर्यावरण की रक्षा करने और तेलंगाना को एक हरित राज्य के रूप में विकसित करने में भागीदार बनने की अपील की।