वाराणसी। दो सालों से ऑनलाइन फ्रॉड से शिकार रहे रोहनियां के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण को उनका ही ड्राइवर ठग रहा था। साइबर थाने ने पूर्व विधायक की तहरीर पर जब जांच शुरू की तो सबके होश फाख्ता हो गए। ड्राइवर मिर्जापुर गौरैया निवासी विवेक कुमार पूर्व विधायक के सांसद कोटे के पैसे और उनके भत्ते वाले अकॉउंट से ऑनलाइन शॉपिंग कर लिया था।
साइबर क्राइम थाना वाराणसी जोन के थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि 4 मार्च को रोहनिया के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई की उनका एक अकाउंट एसबीआई विधानसभा शाखा, लखनऊ में है। जिसमें विधायक पद की सैलेरी का पैसा आता है। मेरे इस अकाउंट से किसी व्यक्ति ने 2019 से 2021 तक धोखे से लगभग 30 लाख रुपये का फ्लिपकार्ट और अमेजॉन द्वारा ऑनलाइन खरीददारी की है। इस सम्बन्ध में आईजी के. सत्यनारायण के निर्देश पर साइबर क्राइम थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया।
पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने ने जब फ्लिपकार्ट और अमेजॉन से पत्राचार कर जानकारी मांगी तो ड्राइवर विवेक कुमार की संलिप्तता सामने हुई। जिसके बाद विवेक को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह पूर्व विधायक को विश्वास में लेकर लगातार शॉपिंग करता था। विवेक ने बताया कि उसे 9 हजार रुपये तन्ख्वाह मिलता था। विधायक और उनका परिवार मुझे अपने परिवार के तरह मानता था। पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण का मोबाइल, एटीएम, दवा सभी विवेक ही देखता था। पूर्व विधायक विवेक को पुत्र की तरह स्नेह करते थे। विवेक ने बताया कि जब भी अमेजॉन और फ्लिपकार्ड से सामान मंगवाना होता था तो अकॉउंट विधायक जी का डालते थे, ओटीपी विधायक के मोबाइल पर आता था उसको मै देख लिया करता था और पूरी कार्रवाई कर लेता था, जो भी सामान मंगवाता था उसको विधायक जी के एकाउंट से पेमेंट करके अपने घर सामान मंगा लेता था।