वाराणसी। बड़ागांव थानाक्षेत्र के बिरापट्टी निमिन्दीपुर गांव में ईंट भट्टे पर ईंट पथाई का कार्य करने वाला 40 वर्षीय मजदूर ने पेड़ से कपड़े का फंदा बनाकर झूल गया। आत्महत्या की खबर मंगलवार सुबह मजदूरों के जगने पर हुई। मजदूरों ने आत्महत्या की जानकारी मालिक और पुलिस को दी। प्रथमदृष्टया पुलिस ने बताया कि मजदूर शराब पीने का आदी था, उसका तीन दिन पहले पत्नी से लड़ाई हुई और पत्नी बच्चों के साथ बिलासपुर चली गई थी।
क्या है पूरा मामला ?
बिलासपुर छत्तीसगढ़ निवासी 40 वर्षीय धर्मेंद्र जनवरी माह में बड़ागांव थाना क्षेत्र के बीरापट्टी, निमिन्दीपुर स्थित एक ईंट भट्टे पर अपनी पत्नी चांद बाई के साथ मजदूरी करने के लिए आया था। ईट भट्ठा मालिक के बेटे घनश्याम ने बताया कि धीरेंद्र शराब का आदी था और अपने पत्नी से आए दिन मारपीट करता था। मारपीट के कारण ही तीन दिन पूर्व उसकी पत्नी उसे बताए बगैर अपने दोनों बच्चों को लेकर बिलासपुर चली गयी।
झगड़ा के बाद धर्मेंद्र की पत्नी चांद बाई बिना बताए दो बच्चों के साथ बिलासपुर चली गई। पत्नी के गायब होने के बाद धर्मेंद्र काफी तनाव में आ गया और पहले खूब खोजबीन की, सोमवार देर शाम जब धर्मेंद्र घर फोन मिलाया तो पता चला चांद बाई बच्चों संग बिलासपुर चली गई है। जिसके बाद वह पत्नी और बच्चों से बात भी की। बात करने के बाद रात में किसी समय वह ईट भट्टे से करीब 400 मीटर दूर स्थित शीशम के पेड़ में कपड़े के सहारे फंदा बनाकर झूल गया।