वाराणसी। आईएमएस बीएचयू में निदेशक के आवास की मरम्मत में सिविल कार्य के लिए 43 लाख रुपये खर्च होने का मुद्दा गरमाता जा रहा है। पिछले दिनों बीएचयू में छात्रों ने कार्यवाहक कुलपति प्रो. विजय कुमार शुक्ला से मिलकर जांच की मांग की थी। सपा नेताओं ने भिक्षाटन किया। अब आरटीआई में जवाब मिलने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग की है।
साथ ही विश्वविद्यालय के विजिटर और राष्ट्रपति के साथ ही शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र की प्रतिलिपि भेजी है। आईएमएस में एम्स जैसी सुविधा मिल सके, इसके लिए सरकार की पहल पर अलग-अलग चरणों में धनराशि मिलनी है।
सामाजिक कार्यकर्ता ने आरटीआई के तहत मांगी थी जानकारी
इसमें नए विभागों के खोले जाने के साथ ही पहले से चल रहे विभागों में जीर्णोद्धार कर सुविधाएं भी बढ़ाई जानी है। फिलहाल पहली किश्त में 200 करोड़ से अधिक की धनराशि आईएमएस बीएचयू को मिली है। संजय सिंह ने 22 अगस्त को एक आरटीआई में कायाकल्प मद में 2019 से मिली धनराशि से होने वाले कार्यों की जानकारी के साथ ही आईएमएस निदेशक के आवास मरम्मत पर होने वाले खर्च की जानकारी मांगी थी।
जवाब में 43 लाख रुपए खर्च होने की मिली जानकारी
सीपीडब्ल्यूडी के अभियंता की ओर से जो जवाब तीन सितंबर को दिया गया, उसमें कायाकल्प मद से 43 लाख रुपये खर्च होने का पता चला।