बनारस न्यूज डेस्क: गोमती जोन के सात थानों — फूलपुर, सिंधौरा, बड़ागांव, जंसा, कपसेठी, राजातालाब और मिर्जामुराद — में मंगलवार को हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराई गई। कुल 327 हिस्ट्रीशीटरों में से 197 ने थानों में खुद पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि 72 ने फोन पर हाजिरी लगाई। इस दौरान उनकी वर्तमान गतिविधियों, मोबाइल नंबर और सामाजिक जीवन की जानकारी को अपडेट किया गया। डीसीपी गोमती जोन आकाश पटेल ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सुधार की दिशा में प्रयास करना और सक्रिय अपराधियों पर कड़ी नजर रखना है।
पुलिस द्वारा कराई गई परेड में हिस्ट्रीशीटरों को आपराधिक गतिविधियों से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गई। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस को निर्देश दिया गया कि वे नियमित रूप से इन व्यक्तियों से संपर्क में रहें। परेड में शामिल 268 हिस्ट्रीशीटरों में से 139 ऐसे पाए गए, जिन पर पिछले 10 साल में कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। ऐसे मामलों में अब निगरानी हटाने पर विचार किया जाएगा, लेकिन उनकी सामाजिक छवि और व्यवहार का मूल्यांकन करते हुए यह निर्णय लिया जाएगा।
वहीं, 41 हिस्ट्रीशीटर न तो थानों में हाजिर हुए और न ही फोन पर जवाब दिया। 15 पहले से जेल में बंद हैं और दो की मृत्यु हो चुकी है। जो 41 लोग न तो सामने आए और न ही संपर्क में आए, उनके खिलाफ विशेष पुलिस टीम बनाकर तलाश शुरू की गई है। यदि वे किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाए गए, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने साफ किया कि समाज में कानून का भय और भरोसा बनाए रखने के लिए यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।